राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने MUDA घोटाले की जांच का आदेश दिया, जिसमें मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ जमीन आवंटन में भ्रष्टाचार के आरोप हैं।
भाजपा ने आरोप लगाया कि MUDA स्कैम 3,000 से 5,000 करोड़ रुपये का है और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से पारदर्शी जांच सुनिश्चित करने के लिए इस्तीफे की मांग की है।
घोटाले में मुख्यमंत्री की पत्नी पार्वती लाभार्थी हैं, जिससे सिद्धारमैया आरोपों के केंद्र में आ गए हैं।
उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने राज्यपाल के फैसले को असंवैधानिक बताया और कहा कि कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री के साथ खड़ी है।
बेंगलुरु में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और कर्नाटक प्रदेश कुरुबर संघ ने राज्यपाल को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया, जिसमें उनके पुतले जलाए गए।
राज्यपाल गहलोत ने कहा कि जांच का आदेश तटस्थ और निष्पक्ष है, और आरोपों के आधार पर उन्हें प्रथम दृष्ट्या संतोष है।