फ्लोर टेस्ट क्या होता है और इसकी क्या प्रक्रिया होती है ?

फ्लोर टेस्ट में विफल होने पर क्या होगा ?

जब किसी एक दल को विधानसभा में बहुमत प्राप्त होता है तो राज्यपाल उस दल के नेता को मुख्यमंत्री नियुक्त करता है। यदि बहुमत पर सवाल उठाया जाता है, तो बहुमत का दावा करने वाले पार्टी के नेता को विधानसभा में विश्वास मत देना होगा और उपस्थित और मतदान करने वालों के बीच बहुमत साबित करना होगा।

फ्लोर टेस्ट कौन कराता है ?

अगर मामला किसी राज्य का है तो फ्लोर टेस्ट उस राज्य विधानसभा के अध्यक्ष द्वारा कराया जाता है। राज्यपाल सिर्फ आदेश देते हैं।

राजनीतिक दल फ्लोर टेस्ट से पहले व्हिप क्यों जारी करती हैं ?

जब भी फ्लोर टेस्ट होना होता है, समस्त पार्टियां अपने विधायकों को व्हिप जारी करती हैं। इस व्हिप के माध्यम से पार्टियां अपने विधायकों को प्रत्येक स्थिति में विधानसभा में उपस्थित रहने के लिए कहती है।

फ्लोर टेस्ट की क्या प्रक्रिया है ?

किसी भी सदन में चर्चा के बाद स्पीकर वहां मौजूद विधायकों से गुप्त मतदान से समर्थन या विरोध में वोटिंग कराते है। अगर विश्वास मत प्रस्ताव के समर्थन में ज्यादा विधायकों ने वोट किया तब माना जाता है कि सरकार को सदन में बहुमत हासिल है।

UP Police Constable Paper Leak