हम आगामी लोकसभा चुनाव-2024 के लिए सर्वेक्षण तैयार कर रहे हैं,जिसके माध्यम से लोग अपने क्षेत्र के लिए सही उम्मीदवार का चयन कर सकते हैं। यह सर्वेक्षण आपको उन उम्मीदवारों के बारे में जानने का मौका देगा जो आपके क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं, उनके विचारों और योजनाओं के बारे में समझने का अवसर प्रदान करेगा। हम आपको सर्वेक्षण में भाग लेने की एक पारदर्शी और सुगम प्रक्रिया प्रदान करेंगे, जिससे आप अपने उम्मीदवार का चुनाव सोच-समझकर और जानकारी के आधार पर कर सकें। आपका वोट आपकी आवाज है, और यह सर्वेक्षण आपको उस आवाज को मजबूती से प्रकट करने का एक मंच प्रदान करता है। आइए, इस महत्वपूर्ण चुनावी प्रक्रिया में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें और भारत के भविष्य को आकार देने में अपना योगदान दें।
दिल्ली जैसे महानगर में अवैध निर्माण, झुग्गी बस्तियाँ और अतिक्रमण एक बड़ा मुद्दा बन चुके हैं। कुछ लोगों का मानना है कि विकास और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐसे अतिक्रमण हटाने जरूरी हैं, जबकि अन्य लोग इसे गरीबों और मज़दूर वर्ग पर अन्याय मानते हैं। इस विषय पर आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है। क्या आप मानते हैं कि झुग्गियों पर बुलडोजर चलाया जाना चाहिए या नहीं? अपनी राय दें और इस मुद्दे पर जनमत का हिस्सा बनें।
वृंदावन स्थित श्री बांके बिहारी मंदिर के आसपास प्रस्तावित कॉरिडोर का उद्देश्य तीर्थयात्रियों की सुविधा और सुरक्षा बढ़ाना है। सुप्रीम कोर्ट ने लगभग पांच एकड़ भूमि अधिग्रहण की अनुमति दी है, साथ ही मंदिर को ₹500–600 करोड़ की अनुमानित परियोजना में आधुनिक सुविधाएँ जैसे चौड़े मार्ग, पार्किंग, शौचालय और बेहतर भीड़ प्रबंधन शामिल हैं। afectados में लगभग 275 परिवारों व 200 दुकानदारों का पुनर्वास और मुआवज़ा योजना भी प्रस्तावित है। सरकार का कहना है कि यह सुधार सुरक्षा, सुव्यवस्था और तीर्थयात्रा के अनुभव को बेहतर बनाएगा, जबकि स्थानीय गोस्वामी और दुकानदार चिंतित हैं कि इससे प्राचीन ‘कुंज गलियाँ’, सांस्कृतिक विरासत व पारंपरिक पूजा पद्धतियाँ प्रभावित होंगी। विरोध प्रदर्शनों में आत्मदाह की धमकियाँ और पुनर्वास के उचित ना होने पर उच्च न्यायालय में याचिका भी दाखिल की गई है। ???? अब आपकी आवाज़ चाहिए: क्या आप इस कॉरिडोर के निर्माण के पक्ष में हैं? यदि सुविधा व सुरक्षा ज्यादा महत्वपूर्ण है, तो "YES" दें; यदि आप सांस्कृतिक विरासत व स्थानीय सहयोग मानते हैं, तो "NO" दें।
देशव्यापी सर्वेक्षण के मुताबिक भारतीय मतदाताओं के लिए रोज़गार (jobs) सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा बन चुका है — एक बड़ी CSDS‑Lokniti पोल में 62% लोगों ने कहा कि पिछले पांच सालों में रोजगार के अवसर घटे हैं । इसके बाद महंगाई (47%) और न्याय व कानून व्यवस्था (46%) प्रमुख चिंता के विषय रहे अब आपकी राय चाहिए: क्या आप इन पाँच प्रमुख मुद्दों में से सबसे बड़ा मुद्दा कौन मानते हैं? रोज़गार शिक्षा स्वास्थ्य सेवाएं महंगाई कानून व्यवस्था कृपया सिर्फ एक विकल्प चुनें और यदि चाहें तो एक वाक्य में कारण भी साझा कर सकते हैं!
पश्चिम बंगाल में 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले एक बड़ा सवाल चर्चा में है — क्या भाजपा इस बार 'कमल खिला पाएगी'? 2021 के चुनाव में भाजपा ने 77 सीटें जीती थीं, जबकि 2024 के लोकसभा में भी उसका वोट शेयर लगभग 39–40% रहा। भाजपा का दावा है कि मात्र 3–4% वोट की बढ़ोतरी से वह सत्ता हासिल कर सकती है, और केंद्र के बड़े नेताओं ने इसे मजबूत संकेत माना है। दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस, उसकी उम्मीदवार तेजतर्रार लोकप्रियता और लगातार मिली उप-चुनाव की जीत के हवाले से अपना दबदबा कायम करने का दावा कर रही है, और उसके नेता कह रहे हैं कि भाजपा 50 सीटों से अधिक नहीं जीत पाएगी। इस बैकग्राउंड में, हम जानना चाहते हैं: ???? क्या आपको लगता है कि भाजपा 2026 में पश्चिम बंगाल की सत्ता अपने हाथ में ले पाएगी? ???? केवल “YES” या “NO” लिखें, और चाहें तो एक वाक्य में अपने कारण जरूर बताएं!
राजवीर सिंह दिलेर एक भारतीय राजनीतिज्ञ और लोकसभा के सदस्य हैं, जो उत्तर प्रदेश की हाथरस सीट से भारतीय जनता पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं। हाथरस के पूर्व सांसद किशन लाल दिलेर उनके पिता थे।
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The Yamuna River, one of the most significant water bodies in India, has been grappling with severe pollution for decades. Despite multiple initiatives, industrial discharge, untreated sewage, and public negligence continue to threaten its health. The government has set an ambitious goal to restore the river’s cleanliness by 2027, with large-scale projects focusing on wastewater treatment, stricter regulations, and community participation.