जम्मू और कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले से पूरा विश्व आहत है। जम्मू-कश्मीर में हुए इस क्रूर आतंकी हमले पर दुनिया भर के देशों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
मुस्लिम देशों ने भी इस हमले की काफी कड़ी निंदा की है और भारत के साथ मजबूती से खड़े होने की बात कही है। सऊदी अरब और यूएई जैसे महत्वपूर्ण खाड़ी के देशों की तरफ से अपने बयान जारी किए गए हैं।
दहशतगर्दों ने प्रसिद्ध पर्यटक स्थल पहलगाम में ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है, कि आतंकी सेना और पुलिस की वर्दी में पहुंचे थे और उनके पास एके-47 और अन्य हथियार थे।
इस दौरान आतंकियों ने धर्म पूछकर लोगों को गोली मारी।
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार आतंकवादी घटना में 28 लोगों के मारे जाने की खबर है, जबकि दर्जन से अधिक लोग घायल हैं।
जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले के पश्चात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना सऊदी अरब दौरा बीच में ही रोक मंगलवार-बुधवार की रात वापस लौट आए हैं।
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले की घोर निंदा करते हुए मृतक निर्दोष लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
दोनों नेताओं ने पूरी ताकत से लड़ने का संकल्प लिया। भारत की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि पीएम मोदी की सऊदी क्राउन प्रिंस से मुलाकात के दौरान यह चर्चा हुई।
खाड़ी के एक और महत्वपूर्ण देश और भारत के दोस्त संयुक्त अरब अमीरात ने आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। यूएई के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है |
कि 'संयुक्त अरब अमीरात पहलगाम में पर्यटकों को निशाना बनाने वाले आतंकी हमले की निंदा करता है, जिसमें दर्जनों मासूम लोग मारे गए और घायल हुए।'
ईरान ने भी आतंकी हमले की निंदा की है। ईरान के दूतावास के एक्स हैंडल पर लिखा गया कि 'नई दिल्ली स्थित इस्लामी गणतंत्र ईरान का दूतावास जम्मू-कश्मीर के पहलगाम शहर में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता है, जिसके परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में निर्दोष लोग मारे गए और घायल हुए। हम भारत सरकार और भारत के लोगों, विशेष रूप से इस हमले के पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं, और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं।'
भारत में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले से भारत के साथ साथ विश्व के कई सारे देश आहत हैं। दुनिया भर के कई मुस्लिम देश भी इस संकट की घड़ी में भारत के साथ मजबूती के साथ खड़े हैं।