आज के समय में भारतीय राजनीति में सोशल मीडिया की अहम भूमिका है। सोशल मीडिया आज एक महत्वपूर्ण और शक्तिशाली उपकरण बनकर उभरा है।
यह राजनेताओं और मतदाताओं के बीच संबंध को मजबूत करता है। क्योंकि सोशल मीडिया की मदद से राजनेताओं और मतदाताओं के बीच सीधा संपर्क स्थापित होता है।
सिर्फ इतना ही नहीं सोशल मीडिया राजनेताओं की कार्य प्रणाली और खामियों को भी मतदाताओं के समक्ष उजागर करता है।
फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब आदि जैसे प्लेटफार्मों के विस्तार के साथ दुनिया भर में सोशल मीडिया का विकास प्रारंभ हुआ है।
ये सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म संचार के विभिन्न मॉडल को प्रोत्साहन देते हैं, जहां प्रभावित करने वाले या निर्माता दर्शकों के साथ सामग्री या जानकारी साझा करते हैं।
सोशल मीडिया ने वास्तव में ऑनलाइन संचार और कनेक्टिविटी में सुधार किया है। सोशल मीडिया एक मार्केटिंग टूल बन गया है।
राजनीति में सोशल मीडिया का इस्तेमाल मुख्य रूप से सरकारी योजनाओं के बारे में अपडेट साझा करने के लिए उन्हें सोशल मीडिया पर जोड़ने के लिए किया जाता है।
1. निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं को संगठित करना।
2. सोशल मीडिया पर चुनाव-प्रचार के बारे में जानकारी साझा करना।
3. रैलियां, हड़ताल आदि मंचों पर कार्यक्रम व आयोजनों की जानकारी साझा करना।
4. निर्वाचन क्षेत्र के सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं से जुड़ना।
5. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर राजनीतिक दलों के कार्यों व फैसलों पर प्रतिक्रिया देना।
6. किसी कार्य या उनकी मदद के लिए समर्थकों और आम जनता को धन्यवाद देना।
7. जनता की राय समझने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग कर नीति तय करना।
8. निर्वाचन क्षेत्र में प्रसिद्ध हस्तियों के साथ जुड़ना या सहयोग करना।
9. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से नवीनतम राजनीतिक मुद्दों पर विचार साझा करना।
10. सोशल मीडिया पर संवाद या सवाल-जवाब सत्र आयोजित करना।
सोशल मीडिया युवाओं में काफी लोकप्रिय है। सोशल मीडिया का सबसे ज्यादा उपयोग युवा वर्ग ही करता है।
वर्तमान में यह कहना गलत नहीं होगा कि सोशल मीडिया का दबदबा पारंपरिक मीडिया से ज्यादा है। लोग पारंपरिक मीडिया से ज्यादा सोशल मीडिया पर अधिक समय खर्च करना पसंद करते हैं। इसलिए पारंपरिक मीडिया को सोशल मीडिया की वजह से काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
सोशल मीडिया के माध्यम से जरूरी खबरों को जल्दी से प्रसारित करने में काफी आसानी होती है।
आजकल हर कोई सोशल मीडिया पर सक्रिय होने की वजह से इसके जरिए समाज के विभिन्न क्षेत्रों से असमान भागीदारी होती है।
भारत जैसे लोकतांत्रिक देशों की राजनीति में सोशल मीडिया का उपयोग लोकतंत्र को मजबूत किया जा सकता है।
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निष्कर्ष
आज के समय में सोशल मीडिया राजनीतिक व सामाजिक मुद्दों को बड़े पैमाने पर साझा करने का अहम जरिया बन चुका है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे-ट्विटर (अब एक्स), फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि काफी बड़ी संख्या में लोगों द्वारा उपयोग किये जा रहे हैं।