उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान बोलते हुए भाजपा व एनडीए सरकार पर कविता और दोहों के माध्यम से खूब जमकर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने केंद्र की सत्ता पर काबिज बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा, 'होई वही जो राम रचि राखा।'
इसके साथ ही उन्होंने अयोध्या में इंडी गठबंधन की जीत को भगवान राम का पैगाम बताते हुए पूरी कविता ही सुना डाली। उत्तर प्रदेश की अयोध्या सीट पर भाजपा को शिकस्त देने वाले समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद विपक्ष का ब्रह्मास्त्र बन चुके हैं। सोमवार को राहुल गाँधी ने लोकसभा में संबोधन करते हुए अवधेश प्रसाद से हाथ मिलाते हुए बीजेपी पर जमकर हमला बोला था।
अखिलेश यादव ने एक कविता के माध्यम से एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा, कि "ये उनका (भगवान राम) फैसला है, जिसकी लाठी में नहीं होती आवाज, जो करते थे किसी को लाने का वादा वो खुद हैं किसी के सहारे को लाचार, हम अयोध्या से लाए हैं उनके प्रेम का पैगाम, जो सच्चे मन से करते हैं सबका कल्याण, सदियों से जन जन गाता है जिनका नाम, अभयदान देती है जिनकी मंद मंद मुस्कान, मानवता के लिए जिनका उठता तीर कमान, जो असत्य पर सत्य की जीत का हो नाम, उफनती नदी पर जो बांधे मर्यादा का बांध, वो है अवध के राजा पुरुषोत्तम राम, हम अयोध्या से लेकर आए हैं प्रेम का पैगाम।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने आगे कहा कि "संविधान ही संजीवनी है और उसकी जीत हुई है, संविधान रक्षकों की जीत हुई है. ये चलने वाली नहीं गिरने वाली सरकार है।
उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश की जनता का बस यही आग्रह है जिस गंगा जल को लेकर सच कहने की कसम खाई जाती है कम से कम उस गंगा जल से तो झूठ न कहा जाए।
विकास का ढिंढोरा पीटने वाले विनाश की जिम्मेदारी कब लेंगे, मंदिर की टपकती छत और रेलवे स्टेशन की गिरी दीवार ने भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है।
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अखिलेश यादव ने सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि "हमने जो सड़कें बनाई थीं उस पर हवाई जहाज उतरे थे और उत्तर प्रदेश की मुख्य नगरी पर सड़कों पर नाव उतरी है।
अब और बारिश होगी तो नाव से भी चलना होगा यही स्मार्ट सिटी के जुमले का हाल है। पिछले 10 सालों की उपलब्धि बस इतनी रही की एक शिक्षा परीक्षा माफिया का जन्म हुआ है।"