अतीक अहमद को साबरती जेल से प्रयागराज जेल के लिए लाया जा रहा है। उमेशपाल हत्या कांड के आरोपी अतीक अहमद का उत्तर प्रदेश में प्रवेश होने के उपरांत उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की तरफ से पहली प्रतिक्रिया सामने आई है।
उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम माफिया अतीक अहमद को कड़ी सुरक्षा के साथ लेकर सोमवार की सुबह प्रदेश में प्रवेश कर गई। अतीक अहमद के उत्तर प्रदेश में प्रवेश से पूर्व ही सियासी बयानबाजी बढ़ गई थी। विभिन्न स्थानों पर लोग अपने अपने हिसाब से अंदाजे लगा रहे थे। परंतु, माफिया के उत्तर प्रदेश में प्रवेशित होते ही राज्य के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है।
उपमुख्यमंत्री सीएम ब्रजेश पाठक ने मीडिया के माध्यम से कहा है, कि "हम कोर्ट के आदेश का पालन कर रहे हैं। दोनों केसों में अदालत के आदेशों के बाद ही ये एक्शन हो रहा है।" डिप्टी सीएम की ये प्रतिक्रिया ऐसे वक्त में आई है, जब अतीक अहमद के भाई अशरफ को भी उत्तर प्रदेश में मौजूद प्रयागराज जेल में भेजा जा रहा है। बतादें कि अशरफ पूर्व में बरेली जेल में था, इसके उपरांत सोमवार की सुबह उसको प्रयागराज जेल ले जाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस बरेली जेल गई थी।
बीते कुछ दिनों पहले बसपा विधायक हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेशपाल की हत्या होने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार काफी सक्रिय है। बतादें, कि उमेशपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल के परिजनों ने अतीक अहमद के ऊपर मुकदमा दर्ज कराया है। जिसमें अतीक अहमद के साथ-साथ उसका लड़का और कई अन्य लोगों पर हत्या का आरोप है। विधान सभा में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा है, कि पीड़ित परिवार द्वारा जिस माफिया अतीक अहमद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। वह समाजवादी पार्टी द्वारा पोषित माफिया है। हम इस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे।
बतादें कि अतीक अहमद गुजरात की साबरमती जेल में बंद था। कोर्ट के माध्यम से उसको उत्तर प्रदेश में स्थित प्रयागराज जेल में पहुँचाया जा रहा है। अतीक अहमद को इस बात का भय सता रहा है कि कहीं योगी सरकार उसका रास्ते में ही एनकाउंटर ना कर दे। हालाँकि उनकी बहन साबरमती जेल से ही उनके पीछे साये की तरह चल रही हैं। मीडिया खबरों के मुताबिक, अतीक अहमद के गाड़ियों के काफिले से हुई टक्कर की वजह से एक गाय की मृत्यु भी हो गई है।