भारत-श्रीलंका के बीच हुई व्यापक वार्ता में लिए गए महत्वपूर्ण फैसले

By :Admin Published on : 17-Dec-2024
भारत-श्रीलंका

भारत-श्रीलंका के बीच हुई व्यापक वार्ता में लिए गए महत्वपूर्ण फैसले  


श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके भारत के दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति दिसानायक के बीच व्यापक वार्तालाप हुई है। इस दौरान कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। भारत और श्रीलंका ने अपनी साझेदारी को विस्तार देने के लिए सोमवार को रक्षा सहयोग समझौते को जल्द अंतिम रूप देने का संकल्प लिया। 


इसके अतिरिक्त बिजली ग्रिड कनेक्टिविटी एवं बहु-उत्पाद पेट्रोलियम पाइपलाइन स्थापित करके ऊर्जा संबंधों को मजबूत करने का फैसला लिया। ये निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायक के मध्य हुई व्यापक वार्ता के दौरान लिए गए। 


भारत-श्रीलंका के बीच विकास और संपर्क सुविधा पर विशेष बल 


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों पक्षों ने आर्थिक साझेदारी के लिए निवेश आधारित विकास और संपर्क सुविधा पर विशेष बल देने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने तय किया है कि भौतिक, डिजिटल, ऊर्जा संपर्क हमारे सहयोग के प्रमुख स्तंभ होंगे।’’ 


मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच बिजली ग्रिड कनेक्टिविटी एवं बहु-उत्पाद पेट्रोलियम पाइपलाइन स्थापित करने के लिए कार्य किया जाएगा और श्रीलंका के बिजली संयंत्रों के लिए द्रवीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) की आपूर्ति की जाएगी। 


रामेश्वरम और तलाईमनार के मध्य नौका सेवा जारी 


प्रधानमंत्री मोदी ने साथ ही घोषणा की कि दोनों देशों के बीच संपर्क सुविधा बेहतर करने के लिए रामेश्वरम और तलाईमनार के बीच नौका सेवा प्रारंभ की जाएगी। मोदी ने कहा, ‘‘हम दोनों इस बात पर सहमत हैं कि हमारे सुरक्षा हित आपस में जुड़े हुए हैं। हमने रक्षा सहयोग समझौते को शीघ्र ही अंतिम रूप देने का फैसला लिया है। ‘हाइड्रोग्राफी’ (जल विज्ञान) पर सहयोग के लिए भी समझौता हुआ है।’’ वार्ता में मछुआरों के विवादित मुद्दे पर भी चर्चा हुई।

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भारत-श्रीलंका के बीच मछुआरों को लेकर क्या चर्चा हुई ?


पीएम मोदी ने कहा, ‘‘हमने मछुआरों की आजीविका से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की। हम इस बात पर सहमत हैं, कि हमें इस मामले में मानवीय दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।’’ उन्होंने तमिल मुद्दे का जिक्र करते हुए कहा कि भारत को उम्मीद है कि श्रीलंका सरकार समुदाय की आकांक्षाओं को पूरा करेगी। 


मोदी ने कहा कि भारत ने श्रीलंका को अब तक पांच अरब अमेरिकी डॉलर की ऋण सुविधा एवं सहायता प्रदान की है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम श्रीलंका के सभी 25 जिलों को सहयोग देते हैं और हमारी परियोजनाओं का चयन हमेशा हमारे साझेदार देशों की प्राथमिकताओं के आधार पर होता है।’’


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