आजकल एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर विपक्षी दल मोदी सरकार की हर तरह से आलोचना कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का कहना है, कि मोदी सरकार के वापस जाने की उल्टी गिनती चालू हो चुकी है। साथ ही, काग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि देश में तानाशाही जैसा माहौल व्याप्त है। विपक्ष को विश्वास में लेकर संसद का विशेष सत्र बुलाना चाहिए था।
केंद्र सरकार ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' को लेकर अहम कदम उठाया है। इसको लेकर विपक्षी दल सरकार की भरपूर आलोचना कर रहे हैं। साथ ही, अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की ओर से भी प्रतिक्रिया सामने आई है। खरगे का कहना है, कि सत्ताधारी पार्टी लोगों का कितना भी ध्यान भटका लें। परंतु, फिलहाल जनता को धोखा नहीं दिया जा सकता।
खरगे ने आगे बताया है, कि निरंकुश सरकार के वापस जाने की उल्टी गिनती चालू हो गई है। भारत के 140 करोड़ लोगों ने परिवर्तन लाने का निर्णय कर लिया है।
बतादें, कि मुंबई में विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A की बैठक हो रही है। खरगे ने 'एक्स' पर विपक्षी दलों के नेताओं के साथ एक फोटो पोस्ट की है। उन्होंने पोस्ट कर लिखा, 'जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया हम प्रगतिशील, कल्याण और समावेशी भारत के लिए एकजुट हैं।
देश में तानाशाही चल रही है: कांग्रेस
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने मोदी सरकार की कड़ी आलोचना की है। कांग्रेस नेता का कहना है, कि संसद के विशेष सत्र के मुद्दे को लेकर काफी असमंजस है। कौन सा बिल आएगा, कौन सा नहीं आएगा कुछ पता नहीं। यदि आप विशेष सत्र बुलाना चाहते हैं, तो पहले आपको बुलाना चाहिए विपक्ष को विश्वास में लेकर संसद का विशेष सत्र बुलाएं। क्या देश में तानाशाही चल रही है।
'एक राष्ट्र, एक चुनाव' पर समिति
बतादें, कि केंद्र सरकार ने पूर्व राष्ट्पति रामनाथ कोविंद को 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' को लेकर बनाई एक समिति का अध्यक्ष बनाया है। कोविंद रिपोर्ट तैयार करेंगे कि देश में एक साथ लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कैसे कराए जा सकते हैं। जैसे साल 1967 तक होता था।