कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ एक बार फिर भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है।
दरअसल, राहुल गांधी ने नागपुर के सुरेश भट सभागार में संविधान सम्मेलन में हिस्सा लिया था।
सम्मेलन के दौरान वहां, मौजूद लोगों को संविधान की 'लाल किताब' बांटी गई। नोटपैड की तरह दिखने वाली किताब के कवर पर भारत का संविधान लिखा था। अंदर की पेज पर प्रिंबल था, लेकिन बाकी पेज कोरे थे।
भाजपा ने इसी बात को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। भाजपा ने एक्स पर कांग्रेस की आलोचना करते हुए समारोह में बांटी गई किताब की कुछ तस्वीरें शेयर भी की हैं।
भाजपा महाराष्ट्र ने एक्स पर लिखा,"संविधान सिर्फ बहाना है, लाल पुस्तक को बढ़ाना है, मोहब्बत के नाम पर, सिर्फ नफरत फैलाना है।"
कांग्रेस नताओं की तरफ से भाजपा के इन आरोपों पर प्रतिक्रिया भी सामने आई। कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा,"राहुल गांधी के नागपुर दौरे से बीजेपी इतनी डरी हुई क्यों है ?
संविधान सम्मान सम्मेलन में आए हुए मान्यवरों को नोटपैड और पेन दिए जाते हैं।
इसी नोटपैड का वीडियो बनाकर इस तरह के बेतुके आरोप लगाना दूर-दूर तक समझदारी नहीं दिखाता! राहुल गांधी नागपुर आए तो बीजेपी वाले इतने घबरा गए?
फेक नैरेटिव बनाने वालों, डरो मत। संविधान और राहुल गांधी समय-समय पर तुम्हारे झूठ का पर्दाफाश करेंगे! यह तो बस शुरुआत है।'
कांग्रेस नेता के इस बयान पर भाजपा ने फिर जवाब दिया। भाजपा ने कहा, 'सत्य स्वीकारने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
राहुल गांधी के 'नकली संविधान' का खुलासा होने के बाद विजय वडेट्टीवार इसे संभालने आए हैं।
दरअसल, संविधान का आवरण लगाकर उसे नोटपैड की तरह उपयोग करना भी महामानव डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के लिखे संविधान का अपमान है।
कांग्रेस ने इससे पहले भी कई बार संविधान को पैरों तले रौंदा है, और अब संविधान का आवरण नोटपैड के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।'
हाल ही में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कहना था कि राहुल गांधी का यह लाल संविधान दिखाना उनके “अर्बन नक्सल मानसिकता” का प्रतीक है।
उन्होंने राहुल पर यह भी आरोप लगाया कि वे कांग्रेस में नक्सल विचारधारा को बढ़ावा दे रहे हैं।