सुप्रीम कोर्ट द्वारा किए गए निर्णय के उपरांत उद्धव ठाकरे की तरफ से अपने विचार के सामने रखे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर भी काफी निशाना साधा है। महाराष्ट्र में विगत एक साल से शिवसेना एवं सत्ता की लड़ाई के चलते अंततः सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार (11 मई) को अपना निर्णय ले लिया गया है। कोर्ट की तरफ से उद्धव ठाकरे की सरकार को पुनः बहाल करने से साफ मना कर दिया गया है। इस पूरे मामले को लेकर उद्धव ठाकरे की तरफ से बहुत कुछ बोला गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर खूब जमकर हमला बोला है।
उद्धव ठाकरे के अनुसार, उन्होंने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया था। एकनाथ शिंदे को भी ऐसा ही करना चाहिए। साथ ही, उन्होंने कुछ नेताओं को गद्दारों की श्रेणी में भी रखा है। उन्होंने कहा, “ बाला साहेब ने जो शिवसेना मराठी मानुष, हिंदुत्व के लिए बनाई, वह आज शिवसेना गद्दारों के माध्यम से बीजेपी के साथ चली गई है। सुप्रीम कोर्ट ने इन लोगों का चेहरा देश के समक्ष रख दिया है.”
गद्दार उत्सव क्यों मना रहे हैं - उद्धव ठाकरे
उद्धव ठाकरे जी ने अपनी बात रखते हुए कहा है, कि “मैं सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद करना चाहूंगा कि उन्होंने गद्दारों का चेहरा देश के सामने रखा। कल बीजेपी ने उत्सव मनाया समझ में आता है। लेकिन गद्दारों ने उत्सव मनाया ये समझ में नहीं आया।” विधानसभा स्पीकर पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, “सुप्रीम कोर्ट में निर्णय स्पीकर के पास दिया। पहले स्पीकर हमारे साथ थे, फिर एनसीपी में चले गए और अब बीजेपी में हैं। उन्हें दल बदलकर निकलने का तरीका पता है।”
उद्धव ठाकरे ने अपने इस्तीफा देने के निर्णय पर बोलते हुए कहा है, कि “आज मैं अपने फैसले को लेकर संतोष व्यक्त करता हूं। जिन्होंने विश्वासघात किया है, वो सरकार बनाएं। मैं ऐसी स्थिति में सीएम नहीं बना रहना चाहता था और नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया। एकनाथ शिंदे को भी इसी आधार पर इस्तीफा देना चाहिए.” वहीं, पीएम मोदी को लेकर उन्होंने कहा, “पीएम से राजनैतिक मतभेद हैं, लेकिन उन्हें कहना चाहता हूं कि जो नंगा नाच चल रहा है, उससे उनकी भी बदनामी हो रही है।”