जम्मू कश्मीर चुनाव से पाकिस्तान बौखला गया है। कश्मीर को दहलाने की साजिश रची थी। लेकिन भारतीय सुरक्षाबलों ने साजिश को नाकाम कर दिया। एम-4 कार्बाइन के साथ बड़ी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया है।
मुठभेड़ स्थल से पीएम मोदी के जनसभा स्थल की पहाड़ी दूरी करीब 65 किमी है। सरहद से सटे कठुआ की सीमा ऊधमपुर व आगे डोडा से लगती है।
विधानसभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 14 सितंबर को डोडा जिला में जनसभा से दो दिन पहले बुधवार को सेना व सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों को मार गिराया।
मुठभेड़ ऊधमपुर-कठुआ जिलों की सीमा पर बसंतगढ़ में हुई। मुठभेड़ स्थल से जनसभा स्थल की पहाड़ी रास्ते से दूरी करीब 65 किलोमीटर है।
भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे कठुआ जिला की सीमा ऊधमपुर व आगे डोडा जिला से लगती है। यह मार्ग घुसपैठ कर आने वाले आतंकियों का पुराना रूट रहा है।
डोडा जिला में 18 सितंबर को मतदान होना है। वहीं, मारे गए आतंकियों के एक अन्य साथी को ढेर करने के लिए सुरक्षाबलों का जंगल में व्यापक अभियान जारी है।
सूत्रों के अनुसार, मारे गए आतंकी करीब पांच माह पहले लोकसभा चुनाव में खलल डालने के लिए सीमा पार से घुसपैठ कर आए थे। तभी से ये कठुआ-ऊधमपुर-डोडा के जंगलों में घूम रहे थे और अब विधानसभा चुनाव में हमले का षड्यंत्र रचने की फिराक में थे। इस बीच, सेना ने मारे गए आतंकियों की तस्वीरें और उनसे बरामद हथियारों के साथ एक्स पर जानकारी साझा की है।
सुरक्षाबलों ने जिला कुपवाड़ा में एलओसी से सटे केरन सेक्टर में भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद कर आतंकियों के विधानसभा चुनाव के दौरान खलल डालने के षड्यंत्र को विफल कर दिया।
कुपवाड़ा से एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि खुफिया तंत्र से पता चला था कि गुलाम जम्मू-कश्मीर में बैठे आतंकी हैंडलरों ने कश्मीर में सक्रिय अपने कैडर के लिए हथियारों की एक बड़ी खेप केरन सेक्टर में पहुंचाई है।
इसका पता चलते ही पुलिस और सेना के एक संयुक्त कार्यदल ने तलाशी अभियान चलाया। सुरक्षाबलों ने कुछ ही देर में उस जगह को चिह्नित कर लिया, जहां यह साजो सामान रखा गया था।
बरामद सामान में एसाल्ट राइफल के कारतूस, हथगोले, आरपीजी राउंड, आइईडी बनाने की सामग्री व अन्य सामान शामिल है।