गोरखपुर जनपद में योगी आदित्यनाथ ने दिग्विजयनाथ पीजी कालेज में आयोजन की गई दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी की शुरुआत करते हुए पर्यावरण को स्वच्छ व साफ रखने का मशवरा दिया। सीएम योगी आदित्यनाथ पर्यावरण को लेकर चिंता व्यक्त की है। ऐसा बताया गया है, कि दिल्ली जाने के दौरान मैं गाजियाबाद में उतरा। योगी जी ने आगे कहा कि मैं जैसे ही विमान से बाहर निकला मेरी आंखों में जलन होनी शुरू हो गई। इसके साथ मुझे यह महसूस हुआ कि यह धुंध की वजह से था।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदूषण को लेकर काफी चिंता जाहिर की है। उन्होंने गोरखपुर में पर्यावरण को स्वच्छ व अच्छा रखने की सलाह देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने प्रदूषण पर पंजाब, हरियाणा, यूपी और दिल्ली सहित 5-6 राज्यों को नोटिस जारी किया है। उन्होंने गोरखपुर में दिग्विजयनाथ पीजी कालेज एवं भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में पर्यावरण प्रौद्योगिकी और सतत ग्रामीण विकास विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी के दौरान यह बयान दिया था।
प्रदूषण पर सीएम योगी ने जताई चिंता
वायु प्रदूषण के मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि दिल्ली जाते वक्त मैं गाजियाबाद में उतरा। जैसे ही मैं विमान से बाहर निकला, मेरी आंखों में जलन होने लगी और मुझे एहसास हुआ कि यह धुंध की वजह से था। मैंने जब पराली जलाने और औद्योगिक प्रदूषण से प्रभावित क्षेत्रों को देखने के लिए नासा के उपग्रह चित्रों की जांच की, तो पता चला कि पूरा पंजाब और उत्तरी भाग हरियाणा को 'लाल' (पराली जलाने का संकेत) में दर्शाया गया था। जो कि चिंता का विषय है।
दिल्ली पराली संकट से गैस का चैंबर बनती जा रही है - योगी जी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि पराली जलाने की समस्या से दिल्ली गैस का चैंबर बनती जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि कृषि क्षेत्र में विकास व समय के मुताबिक तकनीकी न विकसित करने से पराली पर्यावरण एवं धरती की उर्वरक शक्ति के लिए संकट बन चुकी है। अगर कंबाइन के साथ रैपर भी लगा दिया जाता तो पराली के छोटे-छोटे टुकड़े मृदा में ही सड़कर ग्रीन कम्पोस्ट में परिवर्तित हो जाते।