उत्तर प्रदेश के मथुरा में बीएसए इंजीनियरिंग कॉलेज के पास कृष्ण विहार कॉलोनी के पार्क में स्थित 2.5 लाख लीटर की क्षमता की पानी की टंकी रविवार शाम 6 बजे करीब भरभराकर गिर गई।
हादसे में दो महिलाओं की मौत हुई है, 10 से अधिक लोग घायल है। मलबे में अन्य कई लोगों के दबे होने की संभावना की वजह से देर रात तक घटनास्थल पर रेस्क्यू कार्य जारी रहा।
जानकारी के लिए बतादें, गंगाजल परियोजना के तहत 2 वर्ष पूर्व निर्मित इस टंकी में लीकेज की वजह से पिलर कमजोर होने के चलते इसके गिरने की बात सामने आई है।
डीएम-एसएसपी मौके पर घटनास्थल पहुंचे। सीएम ने इस घटना की रिपोर्ट तलब की है। डीएम ने बताया कि आदेश की उच्चस्तरीय कमेटी जांच करेगी। जिम्मेदारों पर मुकदमा व कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मथुरा पुनर्गठन पेयजल योजना थ्रू गोकुल बैराज (गंगाजल प्रोजेक्ट) के तहत कृष्ण विहार पार्क में 2.5 लाख लीटर की पानी की टंकी के निर्माण का ठेका जल निगम की अतिरिक्त निर्माण ईकाई ने आगरा की एसएम कंस्ट्रक्शन फर्म को दिया था।
करीब छह करोड़ की लागत से 2018 में इसका निर्माण कार्य प्रारंभ होकर 2021 में पूरा हुआ था। शाम छह बजे करीब मथुरा शहर में हल्की बूंदाबंदी हो रही थी। कृष्ण विहार कॉलोनी में कुछ लोग अपने घरों के अंदर व कुछ बाहर थे। तभी पानी की टंकी भरभराकर नीचे गिर गई।
कृष्ण विहार के रहने वाले कमल शर्मा ने बताया कि "उन्होंने इस टंकी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में रिट दाखिल की थी। उसमें शिकायत थी कि घनी आबादी के बीच इस टैंक को बनाया गया है। इसके निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने रिट को सुना। अधिकारियों को कार्रवाई को कहा था। इसके बाद भी अधिकारियों ने सुनवाई नहीं की। पूर्व पार्षद राजेश सिंह पिंटू और हेमंत अग्रवाल ने बताया कि जल निगम ने करीब एक साल पहले इस ओवरहेड टैंक को अपने हैंडओवर लिया था।
इस टैंक से पानी की सप्लाई भी ठीक से शुरू नहीं हुई है कि यह लीकेज करने लग गया। लीकेज के चलते टैंक के पिलर कमजोर हो रहे थे। आसपास घनी आबादी है।
यह कभी भी बड़े हादसे का सबब बन सकती है। इसको लेकर कई बार अधिकारियों से शिकायत की गई। इसके बाद भी अधिकारियों ने सुनवाई नहीं की और यह हादसा हो गया।
शैलेंद्र कुमार सिंह, डीएम मथुरा ने कहा, कि शासन को घटना की रिपोर्ट भेज दी है। अभी दो की मौत की पुष्टि हुई है। मलबा हटने के बाद अन्य स्थिति स्पष्ट होगी। जिम्मेदारों पर मुकदमा व कड़ी कार्रवाई होगी। घटना की जांच उच्चस्तरीय कमेटी करेगी।
राजेश चौधरी, मांट विधायक ने घटना को लेकर कहा कि "घनी आबादी में इतनी विशालकाय टंकी बनाने का विरोध किया था। क्षेत्र के लोगों ने धरना भी दिया था।
अधिकारियों ने अपनी मनमानी की। इसके निर्माण में भ्रष्टाचार की बू आ रही है। सीएम योगी को पत्राचार किया गया है। कार्रवाई कराकर ही दम लेंगे।"