आगामी लोकसभा चुनाव में I.N.D.I. A गठबंधन के लिए तैयार की जा रही रणनीति के चलते अरविन्द केजरीवाल ने खुद पीएम पद का उम्मीदवार बनने को लेकर अपनी विशेषताओं का वर्णन किया है। हालाँकि, कांग्रेस पार्टी अरविन्द केजरीवाल की वजह से काफी नुकसान उठा चुकी है। देश की राजधानी दिल्ली में कांग्रेस की स्थापित सरकार को हटाने का कारण अरविन्द केजरीवाल है। अब ऐसे में दोबारा कांग्रेस किसी कोई जोखिम नहीं उठाएगी। कांग्रेस कभी नहीं चाहेगी कि आम आदमी पार्टी का सदस्य प्रधानमंत्री बने। इस बीच आम आदमी पार्टी (आप) की मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने बताया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को क्यों विपक्षी दलों की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए ?
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर समस्त राजनीतिक पार्टियों ने तैयारी जोरों से चालू कर दी है। लोकसभा चुनाव में एनडीए के विरुद्ध लड़ने के लिए 26 पार्टियों वाले विपक्षी दलों ने अपने नए गठबंधन का नाम 'इंडिया' मतलब कि इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस रखा है। हालांकि, अब तक विपक्षी राजनीतिक पार्टियों की तरफ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए किसी नेता के नाम का ऐलान नहीं किया गया है। अब ऐसे में यह सवाल खड़ा होता है, कि अंततः विपक्षी दलों की ओर से प्रधानमंत्री पद के लिए किसको चुनाव में उतारा जाए ?
आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि ताजा मामले में समाचार एजेंसी एएनआई से वार्तालाप में आम आदमी पार्टी (आप) की मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने अपनी सलाह देकर प्रधानमंत्री पद के लिए विपक्षी दलों का उम्मीदवार कौन हो, इस चर्चा को गर्म कर दिया है। उन्होंने विपक्षी दलों से दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने की अपील करी है।
प्रियंका कक्कड़ ने कहा है, कि यदि आप मुझसे पूछें तो मैं चाहूंगी कि अरविंद केजरीवाल प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनें। इतनी कमरतोड़ महंगाई में भी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में महंगाई सबसे कम है। फ्री पानी, फ्री शिक्षा, फ्री बिजली, महिलाओं के लिए फ्री बस यात्रा, बुजुर्गों के लिए मुफ्त तीर्थ यात्रा, फिर भी उन्होने मुनाफे का बजट पेश किया है। वह लोगों के मुद्दे उठाते हैं और एक चुनौतीकर्ता के रूप में उभरते हैं।
BJP की सरकार नहीं बनेगी अगर गठबंधन एकजुट रहा - सौरभ भारद्वाज (आप)
मुंबई में होने वाली तीसरी इंडिया अलायंस की बैठक पर दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया है, कि इस गठबंधन का इकठ्ठा रहना काफी मुश्किल है। राजनीतिक पर्यवेक्षक बता रहे हैं, कि यह काफी मुश्किल है कि यह गठबंधन एकजुट बना रहे। परंतु, यदि ऐसा हुआ तो यह सुनिश्चित है, कि भाजपा केंद्र में सरकार किसी हालत में नहीं बना पाएगी। भाजपा का जनाधार उसकी नीतियों और कार्यों की वजह से लगातार घटता जा रहा है।