तृण मूल कांग्रेस की तरफ से पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा में बीजेपी कार्यकर्ता की मौत में पार्टी का किसी भी तरह का हाथ होने से साफ इनकार किया है। टीएमसी पार्टी का कहना है, कि बीजेपी कार्यकर्ताओं की अंदरूनी कलह की वजह से झड़प हुई है।
पश्चिम बंगाल में 25 मई को छठे चरण के मतदान से पहले एक बार फिर हिंसा की खबर से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में बीजेपी-टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच हिंसा की खबर सामने आई है।
बीजेपी ने दावा किया है, कि बुधवार (22 मई) रात नंदीग्राम में पार्टी के कार्यकर्ताओं पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं ने हमला किया।
इसको लेकर भाजपा ने गुरुवार (23 मई) को नंदीग्राम में विरोध मार्च निकाला है। वहीं, टीएमसी ने हमले के आरोपों से साफ इनकार कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीजेपी ने बताया कि नंदीग्राम में हुई हिंसा में घायल एक कार्यकर्ता की मौत हो गई है, जबकि बाकी के लोग अस्पताल में भर्ती हैं। हालांकि, टीएमसी ने हिंसा से किसी भी तरह का हाथ होने से इनकार किया है।
पार्टी का कहना है, कि बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच अंतर्कलह चल रही थी, जिसकी वजह से वे खुद ही एक-दूसरे से भिड़ गए। पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा को देखते हुए यहां कई चरणों में चुनाव करवाए जा रहे हैं।
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कुछ दिन पहले ही मिथुन चक्रबर्ती और अग्निमित्रा पॉल के रोड शो पर भी पत्थर बाजी करने का अभद्र वीडियो वायरल हुआ था। अब बीजेपी कार्यकर्ताओं पर धारदार हथियारों से हमला किए जाने की जानकारी सामने आई है।
पार्टी इस हमले को लेकर सड़क पर उतर चुकी है और नंदीग्राम में कई जगहों पर सड़कों को जाम कर दिया गया है। शहर के पुलिस स्टेशन के बाहर भी प्रदर्शन किया जा रहा है।
नंदीग्राम तामलुक लोकसभा सीट के तहत आता है, जहां 25 मई को मतदान होने जा रहा है। वोटिंग से पूर्व हुई हिंसा का प्रभाव चुनाव पर भी दिख सकता है।