लोकसभा चुनाव के सात चरणों का मतदान संपन्न होने बाद ही एग्जिट पोल की हर न्यूज़ एजेंसियों की स्क्रीन पर भरमार मच चुकी है। सर्वे के अनुसार इंडी अलाइंस को स्पष्ट बहुमत दिखाते हुए 250 से 280 सीटें जीतने का दावा किया है।
लोकसभा चुनाव 2024 में दिल्ली के दंगल को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। सीएम अरविंद केजरीवाल को प्रचार के लिए बेल मिलने के बाद दिल्ली में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच टक्कर को काफी दिलचस्प माना जा रहा था।
एग्जिट पोल में दिल्ली की लड़ाई में भारतीय जनता पार्टी मजबूत स्थिति में दिखाई दे रही है। 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली में 7-0 से क्लीन स्वीप करने वाली भारतीय जनता पार्टी इस बार छह सीटें जीत सकती हैं।
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एग्जिट पोल में कांग्रेस को एक सीट मिलने का अनुमान है, जबकि आम आदमी पार्टी शहर में खाता तक खोलती नजर नहीं आ रही है। राष्ट्रीय राजधानी में भाजपा को 52 प्रतिशत वोट शेयर दिया गया है।
राजधानी में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी इंडिया गठबंधन के तहत मिलकर चुनाव लड़ी हैं। कांग्रेस ने तीन और आप ने चार सीटों पर उम्मीदवार उतारे। सर्वे में दोनों पार्टियों को मिलकर 44% फीसद वोट मिलने का अनुमान है।
बीजेपी ने इस बार अपने सात में से छह उम्मीदवारों को बदल दिया था। केवल मनोज तिवारी को ही फिर से सीट दी गई थी। अन्य सभी प्रत्याशियों को बदल दिया गया था।
प्रवीण खंडेलवाल (चांदनी चौक), हर्ष दीप मल्होत्रा (पूर्वी दिल्ली), योगेंद्र चंदोलिया (उत्तर-पश्चिम दिल्ली), रामवीर सिंह बिधुड़ी (दक्षिणी दिल्ली), कमलजीत सिंह सेहरावत (पश्चिम दिल्ली) और बांसुरी स्वराज (नई दिल्ली) को उम्मीदवार बनाया गया था।
चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर तंज करते हुए कहा था कि “कांग्रेस पार्टी की चार पीढ़ियों ने देश पर शासन किया। परंतु, आज उनकी स्थिति ऐसी हो गई है, कि वे दिल्ली की चार लोकसभा सीटों पर भी चुनाव नहीं लड़ सकते हैं।”