मुफ्त बिजली देने का वादा कब और कहां से शुरू हुआ, हर चुनाव में इसकी गूंज सुनाई देती है

By :Admin Published on : 05-Jun-2023
मुफ्त

भारत की राजधानी दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के फ्री बिजली देने के उपरांत अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरफ से भी इसकी घोषणा कर दी गई है। आइए आपको बताऐं और किन-किन राज्यों में निःशुल्क बिजली प्रदान की जा रही है। साथ ही, इससे राजनीतिक दलों को क्या लाभ हुआ है।


फ्री, फ्री, फ्री वोट देने पर बिजली, पानी सब कुछ फ्री दिया जाएगा। यह वाक्य कान में पड़ते ही लोगों को विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा किए गए मुफ्त बिजली देने के ऐलान की याद आ जाती है। दरअसल, दिल्ली की बागड़ोर थामे आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सबसे पहले जनता से वादा किया था, कि वह सत्ता में आते ही बिजली-पानी सब मुफ्त कर देंगे।


दिल्ली में सरकार गठित करने के पश्चात केजरीवाल ने मुफ्त वादों ( राज्य को बिजली मुफ्त दी जाएगी ) को पूर्ण भी किया है। परंतु, उनके यह वादे सिर्फ दिल्ली तक ही सीमित नहीं रहे हैं। AAP जहां भी चुनाव लड़ने पहुंची उसने इस वादे को दोहराया और कई स्थानों पर अपना खाता भी खोला। 


अब इसकी नकल करते हुए अन्य राजनैतिक पार्टियां एवं राज्य सरकार भी फ्री बिजली का वादा करने लगी हैं। साथ ही, आज राजस्थान में भी गहलोत सरकार ने ऐसी ही घोषणा की है। चलिए, जानते हैं, कि दिल्ली के अतिरिक्त किन राज्यों में नि:शुल्क बिजली प्रदान की जा रही है। साथ ही, इससे राजनीतिक दलों को क्या लाभ प्राप्त हुआ है। 


यहां से हुई मुफ्त बिजली देने की शुरुआत  


दिल्ली में सत्ता हाथ में आने से पूर्व अरविंद केजरीवाल ने सर्वप्रथम कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोलते हुए महंगी बिजली का मुद्दा उठाया था। केजरीवाल ने यह वादा किया था, कि अगर उनकी सरकार दिल्ली में आई तो वह जनता को 200 यूनिट मुफ्त बिजली मुहैय्या कराऐंगे। चुनाव में यह वादा एक बड़ा मुद्दा बनकर उभरा और वही कहीं न कहीं AAP को चुनाव में फतह हांसिल कराने में अपनी एक बड़ी भूमिका निभाई। इतना ही नहीं इसके प्रभाव से आम आदमी पार्टी ने पुनः दिल्ली में दोबारा पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई।


चुनावों के दौरान मुफ्त बिजली की चर्चा होने लगी 


बतादें, कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार आने के उपरांत विभिन्न राज्यों के चुनाव में मुफ्त बिजली का वादा गूंजना शुरू हो गया। चाहे वो यूपी में कांग्रेस पार्टी द्वारा किया गया हो या आप द्वारा दूसरे राज्यों में। कांग्रेस और केजरीवाल की पार्टी द्वारा हिमाचल, गुजरात सहित कई राज्यों में घोषणापत्र में भी इसका उल्लेख किया गया।


साथ ही, भाजपा भी इससे अलग नहीं रही है। भाजपा ने भी बंगाल के चुनाव में 200 यूनिट फ्री बिजली देने का वादा किया था। हालांकि, वहां भारतीय जनता पार्टी को सफलता व जीत हांसिल नहीं हो पाई।


हिमाचल प्रदेश में जयराम ठाकुर द्वारा भी मुफ्त बिजली की घोषणा की गई थी 


हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने से पूर्व भाजपा की तत्कालीन जयराम ठाकुर सरकार ने भी 120 यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा की थी। जो आज तक लोगों को मिल रही है। हालांकि, कांग्रेस ने 300 यूनिट देने का वादा किया और अब वो सत्ता में हैं।


पंजाब राज्य में भगवंत मान सरकार 


बतादें, कि पंजाब में सरकार बनाने से पहले AAP ने 300 यूनिट तक निःशुल्क बिजली मुहैय्या कराने की घोषणा की थी। भगवंत मान के मुख्यमंत्री बनने के उपरांत फिलहाल राज्य की जनता को निःशुल्क बिजली मिल रही है। 


कर्नाटक में कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई 


कर्नाटक राज्य में हाल ही में हुए चुनाव में भी कांग्रेस द्वारा मुफ्त बिजली देने की घोषणा की गई थी। कांग्रेस की 5 गारंटियों में गृह ज्योति योजना के अंतर्गत मुफ्त बिजली देने का वादा किया गया था। चुनाव जीतने के उपरांत फिलहाल सीएम सिद्दरमैया ने इसकी घोषणा भी कर दी है।   


अब राजस्थान सरकार ने भी मुफ्त बिजली देने की घोषणा की है 


आज राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने भी मुफ्त बिजली देने की घोषणा कर दी है। राज्य सरकार द्वारा 100 यूनिट बिजली मुफ्त देने की घोषणा की गई है। सरकार का यह कहना है, कि कोई कितनी भी यूनिट बिजली की खपत करे, लेकिन उसके पहली 100 यूनिट बिजली बिल्कुल मुफ्त होगी।


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