इंडिया महागठबंधन को आने वाले लोकसभा चुनाव में अधिक फायदा होगा अथव फिर गठबंधन की लीडिंग पार्टी कांग्रेस का। चलिए हाल ही में हुए सर्वे के आंकड़ों पर नजर ड़ालते हैं।
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 में नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (NDA) और नए विपक्षी महागठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव एलायंस (INDIA) के मध्य महासंग्राम की राजनीतिक रणभूमि निर्मित हो चुकी है। ‘इंडिया’ के खेमे में कुल 26 दल हैं। जबकि एनडीए की तरफ अधिकांश छोटे दलों को मिलाकर यह कुनबा 39 दलों का हो गया है। अब देखने वाली बात ये होगी कि बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए की तुलना में इंडिया को आगामी चुनाव में अधिक मुनाफा होता है। अथवा फिर इस महागठबंधन की लीडिंग पार्टी कांग्रेस का।
कांग्रेस के अतिरिक्त इन पार्टियों की अपने क्षेत्र में मजबूत पकड़
‘इंडिया’ महागठबंधन में कांग्रेस के पश्चात अन्य प्रमुख दलों में बिहार से लालू प्रसाद यादव की आरजेडी और नीतीश कुमार की जेडयू प्रमुख बड़ी पार्टियां हैं। इसके अतिरिक्त यूपी में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी, महाराष्ट्र में शिवसेना (उद्धव ठाकरे), पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की त्रणमूल कांग्रेस वहीं तमिलनाडु में डीएमके प्रमुख बड़ी पार्टियां हैं। इनमें से ममता की टीएमसी और नीतीश कुमार इसी बार कांग्रेस के साथ ‘इंडिया’ में शम्मिलित हुए हैं। विगत 2019 के चुनाव में नीतीश एनडीए के साथ थे। ममता ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा था।
कांग्रेस का विगत चुनाव में प्रदर्शन
पिछली बार 2019 में कांग्रेस को गठबंधन में चुनाव लड़ने के बावजूद 53 सीटें हांसिल हुई थीं। वहीं यूपीए गठबंधन को कुल 110 सीटें मिलीं थीं। कांग्रेस के बाद इस गठबंधन में सर्वाधिक सीटें एमके स्टालिन की पार्टी डीएमके (24) को मिली थीं। इसके उपरांत तीसरे नंबर पर शिवसेना रही थी। उसे कुल 19 सीटें मिली थीं। यहां यह बात भी ध्यान देने योग्य है, कि उस वक्त शिवसेना एक थी, उसमें दो फाड़ नहीं हुआ था।
कांग्रेस को निजी रूप से सर्वाधिक फायदा
ओपिनियन पोल के आंकड़ों की बात करें तो इस बार कांग्रेस को 66 सीटें मिलती दिख रही हैं। भारत का मिजाज जानने के लिए कराए गए उक्त सर्वे में यह परिणाम निकलकर आए कि अगर अभी चुनाव कराए जाते है तो ‘इंडिया’ महागठबंधन को कुल 175 सीटें मिल सकती हैं। साथ ही, एनडीए को कुल 318 सीटें मिलने की उम्मीद जताई गई।
इस नजर से देखा जाए तो व्यक्तिगत तौर पर कांग्रेस को महागठबंधन में सर्वाधिक फायदा मिल रहा है। इन आंकड़ों को सही माना जाए तो कांग्रेस को आगामी चुनाव में तकरीबन 13 सीटों का लाभ मिल रहा है। साथ ही, बीजेपी को लगभग इतनी सीटों का घाटा हो रहा है। बीजेपी को पिछली बार 303 सीटें हांसिल हुई थी। इस बार उनका आंकड़ा 290 पर रुकता दिख रहा है। कांग्रेस की सीटें मध्य प्रदेश और राजस्थान में बढ़ रही हैं। मध्य प्रदेश में कांग्रेस को जहां 4 सीटों का लाभ मिल रहा है। वहीं, पिछली बार राजस्थान में खाता नहीं खोल पाने वाली भारत की सबसे पुरानी पार्टी को इस बार 4 सीटों का सीधा लाभ मिल रहा है।