भारत की राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे एवं संजय राउत से मुलाकात की है। इस मुलाकात के दौरान संजय राउत ने कहा है, कि यदि अध्यादेश राज्यसभा में आता है, तो उस अध्यादेश के विरोध में हम उनके साथ रहेंगे।
दिल्ली में अधिकारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग के मामले के चलते केंद्र एवं दिल्ली सरकार में ठन गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल केंद्र के अध्यादेश के विरुद्ध विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात करके उनका समर्थन मांग रहे हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इसी सन्दर्भ में बुधवार को शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात की है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने शिवसेना (यूबीटी) से केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ मांगा समर्थन
अरविंद केजरीवाल बुधवार को मुंबई में मौजूद मातोश्री पहुंचे। मुलाकात के दौरान केजरीवाल के साथ उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह पंजाब के सीएम भगवंत मान और पार्टी सांसद राघव चड्ढा भी उपस्थित थे। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने उद्धव ठाकरे और सांसद संजय राउत से मुलाकात की।
केजरीवाल को ममता बनर्जी का भी समर्थन मिला
हालाँकि, इससे पूर्व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी केजरीवाल को अपना समर्थन प्रदान कर दिया है। अरविंद केजरीवाल ममता बनर्जी के समर्थन के लिए भगवंत मान समेत मंगलवार शाम राज्य सचिवालय नवान्न पहुंचे थे। तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों के मध्य वहां लगभग एक घंटे बैठक की गई। जिसके उपरांत उन्होंने संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन किया। उन्होंने कहा है, कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) केंद्र के अध्यादेश पुरजोर खिलाफत करेगी और सुप्रीम कोर्ट भी जाएगी।
ममता बनर्जी केंद्र के अध्यादेश के सख्त खिलाफ
ममता बनर्जी ने खुलकर अध्यादेश का विरोध करेंगी और इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की भी कहा है। ममता ने केंद्र व दिल्ली सरकार के इस मुद्दे पर विरोधी दलों से भी राज्यसभा में एकजुट होने की अपील की है। दरअसल, ममता बनर्जी ने विरोधी दलों से भी एकजुट होने की अपील करते हुए, कहा कि लोकसभा चुनाव से पूर्व राज्यसभा में भाजपा को हराने का बेहतरीन अवसर होगा।
अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर निशाना साधा
अरविंद केजरीवाल का कहना है, कि भाजपा जिस राज्य में सरकार बनाने में असफल रहती है, वहां सीबीआई-ईडी जैसी एजेंसियों से डराने का काम शुरू कर देती है। इसी कड़ी में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है, कि बंगाल और पंजाब का स्वतंत्रता संग्राम के समय से ही बेहद मजबूत रिश्ता है।