प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने जापान के पीएम फुमियो किशिदा को चंदन से निर्मित बुद्ध की मूर्ति दी

By :DR. Ramapati Virthare Published on : 20-Mar-2023
प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री जी द्वारा उपहार स्वरुप दी गई इस शिल्प में सुगंधित चंदन के टुकड़ों पर पेचीदा आकृतियों को तराशकर मूर्तियां एवं बाकी सजावटी वस्तुएं बनाना शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा को 'कदमवुड जाली बॉक्स' के अंदर कर्नाटक राज्य की चंदन की लकड़ी से निर्मित बुद्ध प्रतिमा उपहार में प्रदान की है। यह बुद्ध प्रतिमा बेहद विशेष होने की वजह से चंदन की नक्काशी की कला एक उच्चतम श्रेणी की कला है। साथ ही , यह पुरानी शिल्प है जो सदियों से कर्नाटक में चलन में है।


कर्नाटक की इस शिल्प में सुगंधित चंदन के टुकड़ों पर पेचीदा आकृतियों को तराशकर मूर्तियां एवं बाकी सजावटी वस्तुएं निर्मित करना शम्मिलित है। बतादें, कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सोमवार को अपने जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा के साथ कोविड-19 महामारी के उपरांत शांतिपूर्ण, स्थिर और समृद्ध विश्व के लिए भारत-जापान रणनीतिक साझेदारी का विस्तार करने के संबंध में खूब विचार विमर्श किये।


सुबह आठ बजे दिल्ली पहुंचे किशिदा 


जापान के प्रधानमंत्री कई सारे इलाकों में द्विपक्षीय संबंधों को सुद्रण करने एवं बहुत सारी वैश्विक चुनौतियों के निराकरण हेतु जी-20 की भारत की अध्यक्षता एवं  जी-7 की जापान की अध्यक्षता के मध्य सामंजस्य बिठाने हेतु लगभग 27 घंटे की यात्रा पर सोमवार सुबह लगभग आठ बजे दिल्ली पहुंच गए। वार्तालाप से पहले अधिकारियों ने कहा कि द्विपक्षीय मोर्चे पर रक्षा एवं सुरक्षा, व्यापार एवं निवेश एवं उच्च प्रौद्योगिकियों के क्षेत्रों में सहायता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। 


भारत-जापान साझेदारी को व्यापक स्तर पर पहुँचाने का मौका 


भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, "प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने द्विपक्षीय प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता से पहले जापान के प्रधानमंत्री किशिदा का स्वागत किया। दोनों नेताओं के लिए हमारे द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा करने और कोविड-19 के बाद शांतिपूर्ण, स्थिर और समृद्ध दुनिया के लिए भारत-जापान साझेदारी को और विस्तारित करने का अवसर है।"


जी-20 की भारत अध्यक्षता कर रहा है 


किशिदा ने रविवार को बताया था, कि उनकी यात्रा का एक मात्र लक्ष्य दोनों देशों के मध्य 'विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी' को और प्रगाढ़ करने की आवश्यकता होगी। उनका कहना है कि, "इस साल जापान जी-7 की अध्यक्षता कर रहा है, जबकि भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है। मैं इस सवाल पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ विचारों का आदान-प्रदान करना चाहता हूं, कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय में जापान और भारत की क्या भूमिका निभानी चाहिए।"

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