प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 17 सितंबर 2024 को 74वां जन्मदिवस है। भाजपा पीएम मोदी के जन्मदिवस के अवसर पर सेवा पखवाड़ा का आयोजन कर रही है।
पीएम मोदी ने इस वर्ष लगातार तीसरी बार पीएम पद संभाला है। पीएम मोदी ने विगत अपने दो कार्यकालों में उन्होंने बहुत सारे ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं।
पीएम मोदी के इस जन्मदिन पर भारतीय जनता पार्टी सेवा पखवाड़ा (17 सिंतबर से 02 अक्टूबर) शुरू करेगी। आजाद भारत में जन्म लेने वाले पहले प्रधानमंत्री की छवि ऊर्जावान, समर्पित, दूरदर्शी और दृढ़ निश्चय वाले राजनेता के तौर पर है। वह लगातार तीसरी बार केंद्र में पीएम पद संभाल रहे हैं।
नरेंद्र दामोदर दास मोदी भारत के 14वें प्रधानमंत्री हैं। 26 मई 2014 को पहली बार देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। इसी के साथ मोदी ने केंद्र में लगातार दो बार बहुमत के साथ गैर-कांग्रेसी सरकार बनाकर भारत की राजनीति में एक अमिट छाप छोड़ी है।
साल 2024 में तीसरी बार भी पीएम की शपथ ली। हालांकि, इस पर भाजपा नेतृत्व एनडीए के सहयोगी दल के समर्थन से पीएम बने हैं।
नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर, 1950 को गुजरात के मेहसाणा जिले के वडनगर में एक गुजराती परिवार में हुआ। उनकी मां का नाम हीराबेन और पिता का नाम दामोदर दास मूलचंद मोदी था। बचपन में वह चाय बेचने में पिता की मदद करते थे और बाद में खुद का चाय का स्टॉल भी चलाया।
मोदी ने अपनी स्कूली शिक्षा वडनगर से ही पूरी की। फिर घर छोड़ा और भारत भ्रमण किया। घर लौटे तो 1968 में जशोदाबेन से उनकी शादी हो गई। हालांकि, जल्द ही वे दोनों अलग हो गए।
जब मोदी आठ साल के थे, तब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के संपर्क में आए। वह आरएसएस से इस कदर प्रभावित हुए कि 20 साल की उम्र में आरएसएस के प्रचारक बन गए।
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संगठन में लंबे समय तक रहने के बाद भाजपा में शामिल हुए और फिर राजनीति में कदम रखा। हालांकि, बचपन में वह भारतीय सेना में सेवा करना चाहते थे।
जल्द ही गुजरात के मुख्यमंत्री बने और लगातार 13 साल तक सीएम की कुर्सी पर रहने का रिकॉर्ड बनाया। केंद्र की राजनीति में कदम रखा तो 2014 में वाराणसी से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे और देश के 14वें प्रधानमंत्री बने।
1987: भाजपा में शामिल हुए और गुजरात ईकाई के महासिचव बनाए गए।
1990: नरेंद्र मोदी ने 1990 में लालकृष्ण आडवाणी की राम रथयात्रा और 1991 में मुरली मनोहर जोशी की एकता यात्रा आयोजित करने में मदद की।
1996: मोदी को भाजपा के महासचिव (संगठन) के रूप में पदोन्नत दिया गया।
1995: वह भाजपा के राष्ट्रीय सचिव चुने गए और नई दिल्ली चले गए। यहां उन्होंने हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के चुनाव अभियान का नेतृत्व किया।
2001: केशुभाई पटेल का स्वास्थ्य खराब हुआ। भाजपा उप-चुनावों में सीटें हारी तो राष्ट्रीय नेतृत्व ने पटेल की जगह मोदी को गुजरात के मुख्यमंत्री का पद सौंप दिया। 7 अक्टूबर 2001 को पहली बार मोदी ने गुजरात के सीएम पद की शपथ ली।
2002: दिसंबर में मोदी ने मणिनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और बेहतरीन जीत दर्ज की। दूसरी बार गुजरात के सीएम बने।
2007: भाजपा ने एक बार फिर गुजरात में जीत दर्ज की। 23 दिसंबर को नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार सीएम पद की शपथ ली।
2012: दिसंबर में भाजपा फिर गुजरात में बहुमत से जीती। मोदी ने लगातार चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
2014: भाजपा की प्रचंड बहुमत से जीत हुई। 26 मई को मोदी ने भारत के 14वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। वह आजादी के बाद पैदा हुए पहले प्रधानमंत्री बने।
2019: 23 मई को कांग्रेस के नेता अजय राय को हराकर लगातार दूसरी बार वाराणसी से सांसद चुने गए।
2019: 30 मई को नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार पीएम पद की शपथ ली। 31 मई को मंत्रिमंडल का गठन हुआ। इसमें पीएमओ के इतर परमाणु ऊर्जा विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय, अंतरिक्ष विभाग और इसरो मुख्यालय समेत वे सभी मंत्रालय जो किसी को आवंटित नहीं किए गए थे, उन्हें स्वयं के पास रखा।