सोमवार 22 जुलाई से संसद का मॉनसून सत्र प्रारंभ हो गया है और यह 12 अगस्त तक चलेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में केंद्रीय बजट भी प्रस्तुत कर चुकी हैं। इस समयावधि में 19 बैठकें होने वाली हैं, जो कि काफी दिलचस्प और हंगामेदार हो सकती हैं।
केंद्र सरकार द्वारा इस मानसून सत्र में अपनी तरफ से 6 विधेयक पेश किए जाने की संभावना है, जिनमें 90 साल पुराने विमान अधिनियम को बदलने वाला विधेयक भी शामिल है। NEET एवं अन्य मुद्दों को लेकर इस सत्र में जमकर हंगामा देखने को मिल सकता है।
कांग्रेस नेता और सभी विपक्षी नेताओं ने बजट पर काफी सवाल खड़े किए हैं। तेलंगाना और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने सीधे तौर पर कहा कि बजट में उनके राज्य के साथ काफी अनदेखी की गई है। राहुल गांधी ने कहा कि ये आम बजट नहीं ये कुर्सी बचाओ बजट है।
कांग्रेस नेता व राज्यसभा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि ये बजट विकास के नाम पर शून्य है। इस बजट को लेकर पार्टी के नेता संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे। संसद के अंदर भी कांग्रेस सांसद अपनी आवाज उठाएंगे। ये बजट भारत के संघीय ढांचे के खिलाफ है।
आम बजट 2024 पेश होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सांसदों के साथ मीटिंग की है।
मल्लिकार्जुन खरगे के घर हुई बैठक में बजट को लेकर आम जनता को क्या मिला ? इस मुद्दे पर अहम वार्तालाप की गई। इस बैठक में कांग्रेस सांसदों के साथ-साथ इंडिया ब्लॉक के नेता भी शामिल हुए हैं। इसी दौरान फैसला लिया गया कि बजट के खिलाफ संसद के अंदर और बाहर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।