प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भोपाल में मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम को संबोधित किया। इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने समान नागरिक संहिता की वकालत की है। साथ ही, उन्होंने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना भी साधा है। पीएम मोदी के यूसीसी वाले बयान के बाद विपक्षी राजनैतिक दलों के राजनेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी। बहुत सारे विपक्षी नेताओं ने मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए।
मध्य प्रदेश में आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर समस्त राजनैतिक दलों ने कमर कस ली है। इस राज्य की दो प्रमुख पार्टियां भाजपा एवं कांग्रेस के नेताओं ने चुनावी तैयारियाँ चालू कर दी हैं। अन्य कई छोटे दल भी अपना जोर लगाने के लिए तैयार हैं।
इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भोपाल में 'मेरा बूथ सबसे मजबूत' कार्यक्रम को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में उनके निशाने पर देश की विपक्षी पार्टियां रहीं। साथ ही, पीएम मोदी विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति ने देश को काफी नुकसान पहुंचाया है।
पीएम मोदी ने समान नागरिक संहिता की वकालत की
पीएम मोदी ने समान नागरिक संहिता (UCC) की भी वकालत की है। उन्होंने कहा है, कि विपक्षी दल समान नागरिक संहिता का विरोध राजनीतिक फायदे के लिए कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने आगे कहा,"देश भी समान अधिकारों की बात करता है। सुप्रीम कोर्ट ने भी यूसीसी लागू करने को कहा है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि भाजपा, मुस्लिम समुदाय के लोगों से संपर्क करते हुए उनके भ्रम को दूर करेगी।"
पीएम मोदी के UCC पर बयान को लेकर विपक्ष ने दी प्रतिक्रिया
पीएम मोदी के यूसीसी वाले बयान पर विपक्षी दलों के राजनेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी। एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी, केसी त्यागी से लेकर कई विपक्षी दलों के नेताओं ने पीएम मोदी और भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला है।
पीएम मोदी ने तीन तलाक को लेकर क्या कहा
भोपाल में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने तीन तलाक प्रथा के खिलाफ हमला बोलते हुए कहा जो लोग तीन तलाक की वकालत करते हैं, वे वोटबैंक के भूखे लोग हैं और मुस्लिम महिलाओं के साथ अन्याय कर रहे हैं। तीन तलाक पूरे परिवार को नष्ट कर देता है।
पीएम मोदी ने आगे कहा,"तीन तलाक सिर्फ महिलाओं से संबंधित नहीं है, बल्कि यह पूरे परिवार को तबाह कर देता है। जब एक महिला, जिसकी शादी परिवार बहुत उम्मीदों के साथ किसी से कर देता है, उसको तीन तलाक के बाद वापस भेज दिया जाता है तो माता-पिता और भाई उस महिला को लेकर चिंतित हो जाते हैं।"