जैसा कि हम सब जानते हैं कि संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका है। लेकिन, शुरुआत से अब तक संसद में हंगामा ही रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
कांग्रेस अडानी मुद्दे पर मांग को लेकर अड़ी हुई है। इसकी वजह से संसद भी सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है।
वहीं, टीएमसी की तरफ से कहा गया है, कि देश में और भी मुद्दे हैं। इंडिया गठबंधन के भीतर एक बार फिर ममता बनर्जी अलग स्टैंड लेती हुई नजर आ रही हैं।
तृणमूल कांग्रेस (TMC) टीएमसी ने बुधवार अपने सांसदों की बैठक में कांग्रेस से अलग राह अपनाने का निर्णय किया है।
यह बैठक संसद के दोनों सदनों में अडानी मामले पर कांग्रेस के हंगामे के बीच हुई। टीएमसी चाहती है, कि संसद चले ताकि जनता के मुद्दे उठाए जा सकें।
राज्यसभा में टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने बताया कि टीएमसी संसद में जनता की आवाज बनना चाहती है।
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टीएमसी पश्चिम बंगाल को केंद्र से मिलने वाले फंड में कथित कमी और मणिपुर की स्थिति जैसे मुद्दे को उठाना चाहती है।
टीएमसी लोकसभा सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने कहा, टीएमसी चाहती है कि संसद चले। हम नहीं चाहते कि एक मुद्दा संसद को बाधित करे।
हमें इस सरकार को उसकी कई विफलताओं के लिए जवाबदेह ठहराना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, टीएमसी संसद चलाना चाहती है।
हम नहीं चाहते कि एक ही मुद्दा संसद को ठप करे। इस सरकार को उसकी नाकामियों के लिए जवाबदेह ठहराना जरूरी है।
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी इंडिया गठबंधन में अपनी एक अलग जगह बनाती हुई दिख रही है।
हरियाणा और महाराष्ट्र में कांग्रेस की हालिया चुनावी हार और बंगाल उपचुनाव में टीएमसी की जीत के बाद यह स्थिति और मजबूत हुई है।
बनर्जी सहित I.N.D.I.A गठबंधन के अधिकांश दिग्गजों के गुरुवार को झारखंड के मुख्यमंत्री और जेएमएम प्रमुख हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की उम्मीद है। यह विपक्षी गठबंधन के शक्ति प्रदर्शन का एक मंच होगा।
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दस्तीदार ने कहा कि टीएमसी राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया गठबंधन का हिस्सा है, लेकिन किसी भी पार्टी के साथ चुनावी गठबंधन में नहीं है।
उन्होंने कहा, हम भाजपा का मुकाबला करेंगे, लेकिन इस बारे में हमारा नजरिया रणनीतिक रूप से अलग हो सकता है।
दस्तीदार ने साफ किया कि टीएमसी राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया गठबंधन का हिस्सा जरूर है, लेकिन किसी भी पार्टी के साथ चुनावी गठबंधन में नहीं है। उन्होंने आगे कहा, हम बीजेपी से मुकाबला करेंगे, लेकिन हमारी रणनीति अलग हो सकती है।