आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि पहले नीलेश कैब्राल ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। उनके पास कानून और न्यायपालिका, पर्यावरण, विधायी मामले और लोक निर्माण सहित चार विभाग थे।
भारत के तटीय राज्य गोवा ने सियासी गवाएं फिर चलने लगी हैं। पिछले साल कई कांग्रेस विधायकों के साथ पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए पूर्व ऊर्जा मंत्री एलेक्सो सेक्वेरा ने रविवार को भाजपा नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री पद की शपथ ले ली। हालांकि सरकार में मंत्री पद की जगह नहीं थी। इसी वजह से गोवा सरकार के मंत्री निलेश कबराल ने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था और अब एलेक्सो सेक्वेरा को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है।
गोवा के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई और मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की मौजूदगी में कांग्रेस से आए एलेक्सो सेक्वेरा ने शपथ ली। पिछले साल 14 सितंबर को पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत, माइकल लोबो, डेलिलाह लोबो, केदार नाइक, संकल्प अमोनकर, राजेश फलदेसाई और रुडोल्फ फर्नांडीस के साथ एलेक्सो सेक्वेरा भाजपा में शामिल हो गए थे, जिससे 40 सदस्यीय विधानसभा सदन में कांग्रेस के तीन विधायक रह गए थे।
इसके बाद से ही राजनीतिक हलकों में अटकलें लगाई जा रही थी कि एलेक्सो के साथ दिगंबर कामत, माइकल लोबो और संकल्प अमोनकर को मंत्रालय मिल सकता है। सूत्रों ने कहा कि एलेक्सो सेक्वेरा को भाजपा में शामिल होने के समय कैबिनेट में जगह देने का वादा किया गया था। इसलिए, आठ सदस्यों के समूह को दी गई प्रतिबद्धताओं में से एक आज पूरी हो गई। मंत्री पद की शपथ लेने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए एलेक्सो सेक्वेरा ने कहा कि वह राज्य के लोगों के हित में जो कुछ भी कर सकते हैं वह करेंगे। उन्होंने कहा, ''हम लोकसभा की दोनों सीटें जीतेंगे।''