संपूर्ण भारतवर्ष में रामनवमी पर हर्षोल्लास और राममय माहौल रहा। परंतु, पश्चिम बंगाल से बवाल की खबरों ने सभी को दंग कर दिया है। जहां मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की शोभायात्रा के स्वागत में पुष्प वर्षा होनी चाहिए।
बंगाल में छोटी व ओछी मानसिकता रखने वाले लोगों ने शोभायात्रा में शम्मिलित बच्चे महिला और बुजुर्गों पर पत्थरों की वर्षा कर डाली। जो कि न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी घृणित कुकृत्य है।
जी हाँ, मुर्शिदाबाद में शोभा यात्रा निकाल रहे राम भक्तों पर पथराव हो गया। घटना में कई लोगों को गंभीर चोटें भी आई हैं।
ऐसा कहा जा रहा है, कि यात्रा के दौरान अचानक आसमान से पत्थर बरसने शुरू हो गए। घटना के बाद जानकारी पर इलाके में भारी पुलिस बल मौके पर भेज दिया गया।
मामले में पुलिस वारदात में शामिल लोगों की जानकारी जुटाने में लगी है। इससे पहले भी शोभा यात्रा जुलूस के दौरान पथराव की कई सारी घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
रामनवमी पर्व के दिन मुर्शिदाबाद के रेजीनगर में बुधवार शाम को हिन्दुओं की ओर से भव्य शोभायात्रा निकाली जा रही थी।
इस दौरान राम भक्त गाते-बजाते जुलूस लेकर जा रहे थे, कि अचानक आसमान से एक के बाद एक पत्थर गिरने लगे। इस कई बड़े पत्थर भी जूलूस में लोगों की ऊपर आकर गिरने से वे चोटिल हो गए।
पथराव की वजह से मच गई भारी अफरातफरी। यह भी कहा जा रहा कि कुछ लोगों को छतों से पत्थर फेंकते देखा गया। इस दौरान रामभक्तों का गुस्सा भी फूटने लगा तो पुलिस ने लाठियां पटककर भीड़ को तितरबितर कर दिया।
वहीं, शक्तिपुर में भी शोभायात्रा के दौरान विस्फोट की घटना सामने आई है। इसमें एक महिला घायल हो गई है। विस्फोट किस चीज से हुआ इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
भाजपा नेता अमित मालवीय ने ट्वीट कर ममता सरकार पर जमकर हमला बोला है। हिंदुओं के धार्मिक कार्यक्रमों को हर बार निशाना बनाया जाता है।
परंतु, पश्चिम बंगाल सरकार पूर्णतय मौन धारण किए रहती है और ऐसी घटनाओं को प्रोत्साहन देती है। सरकार के एक्शन न लेने से ऐसे अराजक लोगों का मनोबल और ज्यादा बढ़ता है।
भारतभर में रामनवमी पर हिंसा की खबरों ने असहज माहौल बना दिया है। हालात को देखते हुए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।