गुरुवार को जब अरविंद केजरीवाल लखनऊ में सपा नेता अखिलेश यादव के साथ प्रेस कांफ्रेंस कर एक बड़ा राजनीतिक संदेश देने की कोशिश कर रहे थे, पूरे प्रेस कांफ्रेंस पर स्वाति मालीवाल विवाद भारी पड़ गया।
स्वाति मालीवाल के साथ हुई हिंसा का मामला अरविंद केजरीवाल के पूरे चुनावी अभियान पर भारी पड़ रहा है। अरविंद केजरीवाल जहां भी जा रहे हैं, उनसे मुख्यमंत्री आवास में राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से हुई मारपीट पर पर प्रश्न पूछे जा रहे हैं।
इससे अरविंद केजरीवाल का राजनीतिक अभियान पीछे छूटता जा रहा है, जबकि स्वाति मालीवाल विवाद ज्यादा तेजी के साथ उभर कर सामने आ रहा है।
केजरीवाल का बिभव कुमार पर कोई कार्रवाई करने की बजाय उसे अपने साथ लेकर घूमना भी आम आदमी पार्टी के लिए नई परेशानी का कारण बन रहा है। इससे लोकसभा चुनावों के ठीक बीच आम आदमी पार्टी की परेशानियां बढ़ गई हैं।
हालांकि, संजय सिंह ने आम आदमी पार्टी को एक परिवार बताकर एक बार फिर यह बताने की कोशिश की कि स्वाति मालीवाल विवाद उनकी पार्टी का आंतरिक मामला है और इसका समाधान खोज लिया जाएगा।
लेकिन पूरी प्रेस कांफ्रेंस पर स्वाति मालीवाल विवाद जिस तरह भारी पड़ा, उससे केजरीवाल का वह संदेश और राजनीतिक उछाल कम हो गया जिसकी उम्मीद थी।