कुदरत ने केरल में भयानक तबाही मचाई है। भूस्खलन और भारी बारिश के चलते 300 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गवा दी है। वायनाड में तो हद से ज्यादा तबाही का मंजर देखने को मिला है। यहां भूस्खलन की वजह से 308 लोगों की अब तक जान जा चुकी है।
मौसम विशेषज्ञों द्वारा दिए गए बारिश के पूर्वनिर्देश के मद्देनजर त्रिशूर, मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में स्कूल कॉलेज और ट्यूशन सेंटर सहित सभी शैक्षणिक संस्थान आज यानी 2 अगस्त को बंद रहेंगे।
केरल का वायनाड जिला पहले ही बड़े स्तर पर भूस्खलन का गहरा दर्द झेल रहा है। 2 भूस्खलन के चलते अब तक 308 लोगों की जान जा चुकी है। त्रिशूर में भारी बारिश और जलभराव के कारण सामान्य जीवन प्रभावित है और स्कूलों में छुट्टी का आदेश दिया गया है।
केरल में बहुत सारे स्कूलों को राहत शिविरों के तौर पर उपयोग किया जा रहा है। मौसम विभाग की ताजा जानकारी के अनुसार, केरल में 5 अगस्त तक भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।
वायनाड में भूस्खलन के तीन दिन बाद बचाव दल ढही हुई इमारतों में फंसे लोगों को बचाने का अभियान आज भी चला रहा है।
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बीते दिन लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने वायनाड के चूरलमाला में भूस्खलन प्रभावित हिस्से का दौरा किया।
मीडिया को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह वायनाड के लिए एक भयानक त्रासदी है और यहां बहुत कुछ करने की आवश्यकता है।
मृतकों की संख्या फिलहाल बढ़ने की कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि कई लोग आज भी लापता हैं। वहीं, केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि मरने वालों की संख्या फिलहाल 300 से भी अधिक पहुँच चुकी है।
वायनाड जिला प्रशासन के मुताबिक, मृतकों में 27 बच्चे और 76 महिलाएं शामिल हैं और अधिकांश मुंडक्कई और चूरलमाला सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों में से हैं।