बहुत सारे त्योहारों की वजह से केरल पंजाब और उत्तर प्रदेश के विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव की तारीख को पुनर्निर्धारित किया गया है।
कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय दलों के अनुरोध पर और कम मतदान होने की किसी भी संभावना को खारिज करने के लिए चुनाव आयोग ने यह निर्णय लिया है।
कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय दलों के अनुरोध पर और कम मतदान की किसी भी संभावना को खारिज करने के लिए चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है।
केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश सहित तीन राज्यों में विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह अब 20 नवंबर को होगा।
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भारतभर के बहुत सारे राज्यों में होने वाले उपचुनाव के परिणाम 23 नवंबर को आएंगे। दरअसल, झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा के चुनावी नतीजे भी इसी दिन आने वाले हैं।
झारखंड में 13 और 20 नवंबर को दो चरण में मतदान होना है। वहीं, महाराष्ट्र में एक ही चरण में 20 नवंबर को वोटिंग होगी।
राजस्थान में सात विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के लिए 2,365 बुजुर्गों और 828 दिव्यांगों समेत कुल 3,193 मतदाताओं ने सोमवार को अपने घरों से डाक के माध्यम से मतदान शुरू कर दिया।
एक अधिकारी ने बताया कि मतदान दल पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार इन मतदाताओं के घर पहुंचना शुरू हो गए हैं।
राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में मतदान की गोपनीयता बनाए रखी जाती है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 85 वर्ष से ज्यादा आयु के वरिष्ठ नागरिकों और 40% प्रतिशत से अधिक दिव्यांग मतदाताओं को उनकी सहमति से घर से मतदान की सुविधा उपलब्ध की जाती है।
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सात सीटों - रामगढ़, दौसा, देवली-उनियारा, झुंझुनू, खींवसर, सलूंबर और चौरासी में 13 नवंबर को ईवीएम आधारित मतदान होगा और 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे।
उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों की अंतिम सूची तैयार होने और मतपत्र प्रकाशित होने के बाद घर से मतदान कराया गया।