आज श्रावण मास के पहले सोमवार के साथ संसद का मानसून सत्र भी शुरू गया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीताराम मंगलवार यानी 23 जुलाई को संसद में बजट प्रस्तुत करेंगी।
बजट को लेकर पीएम मोदी का एक दिन पहले मीडिया से संवाद हुआ। उन्होंने कहा कि यह बजट सत्र है। मैं जो गारंटी देता रहा हूं हम उन गारंटियों को जमीन पर लागू करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। यह बजट अमृत काल का एक महत्वपूर्ण बजट है।
सत्र की शुरुआत से पहले मीडिया से बात करते हुए मोदी ने कुछ दलों की 'नकारात्मक राजनीति' की भी आलोचना की है। पीएम ने कहा कि वे अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए संसद के समय का इस्तेमाल करते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जनता ने अपना फैसला सुना दिया है और अब सभी राजनीतिक दलों को अगले पांच साल तक देश के लिए मिलकर लड़ना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले सत्र को लेकर विपक्षी दलों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल ने संसद में उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की।
इसको लेकर उन्होंने साफ किया कि लोकतंत्र में ऐसी रणनीति का कोई स्थान नहीं है। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार लोगों को दी गई गारंटी को जमीनी स्तर पर लागू करने के लिए आगे बढ़ रही है।
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पीएम मोदी ने आगे कहा कि "यह बजट सत्र है। मैं जो गारंटी देता रहा हूं, हम उन गारंटियों को जमीन पर लागू करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। यह बजट अमृत काल का एक महत्वपूर्ण बजट है।
हमारे पास पांच साल का जो अवसर है, यह बजट उस यात्रा की दिशा तय करेगा और साथ ही 2047 में विकसित भारत के सपने को पूरा करने की नींव रखेगा।"
उन्होंने यह भी कहा कि बजट सत्र हमारे लोकतंत्र की गौरवशाली यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। पीएम मोदी ने कहा कि 60 वर्षों के बाद कोई सरकार तीसरी बार सत्ता में आई है।'