ऑस्ट्रिया में पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर कह डाली बड़ी बात

By :Admin Published on : 11-Jul-2024
ऑस्ट्रिया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को ऑस्ट्रिया में कहा कि भारत ने विश्व को युद्ध नहीं, बल्कि बुद्ध दिया है। इसका साफ अर्थ है कि उसने हमेशा शांति और समृद्धि दी है और देश 21वीं सदी में अपनी भूमिका को मजबूत करेगा। 

पीएम नरेंद्र मोदी ऑस्ट्रिया और रूस के दौरे के बाद वापस नई दिल्ली लौट आए हैं। अपने मॉस्को दौरे में पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी। 

भारत हमेशा से शांति का पक्षधर रहा है। दुनिया भले ही युद्ध की आग में जलने को बेताब रहे, मगर भारत ने सबको शांति की राह दिखाई है। रूस-यूक्रेन के बीच ढाई साल से जंग जारी है। 

वहीं, इजरायल-हमास भी बीते 9 महीने से युद्ध लड़ रहे हैं। इन दोनों युद्ध में दुनिया काफी ज्यादा तबाही देख चुकी है। हजारों निर्दोष अपनी जान गंवा चुके हैं। लाखों बेघर हो गए हैं और न जाने कितनों की जिंदगी तहस-नहस हो चुकी है। फिर भी युद्ध की आग बुझती नहीं दिख रही है।

भारत बिगाड़ के डर से ईमान की बात कहने से नहीं डरता 

विश्वभर के बहुत सारे देश जंग की आग में घी डालने के कार्य में लगे हैं, तो कई देश अपने स्तर से शांति की हर संभव कोशिश में जुटे हुए हैं। रूस से अच्छी दोस्ती की वजह से भारत पर सवाल उठ रहे हैं कि ‘क्या बिगाड़ के डर से ईमान की बात न कहोगे'। 

मगर दुनिया को यह समझ जाना चाहिए कि जहां भी युद्ध और शांति में से किसी एक को चुनने की बारी आती है। वहां, भारत सदैव बेहिचक शांति को ही गले लगाता है। भारत वह देश नहीं जो किसी की नाराजगी के डर से सच न बोले।

ऑस्ट्रिया में पीएम मोदी ने इजरायल-रूस को साफ सन्देश दिया है 

इजरायल-हमास जंग और रूस-यूक्रेन युद्ध के मामले में भी पीएम मोदी ने दुनिया को बता दिया कि भारत बिगाड़ के डर से ईमान की बात कहने से पीछे नहीं हटेगा। इसका सबूत पीएम मोदी ने रूस दौरे के दौरान दे दिया। 

पीएम मोदी ने पुतिन के घर में साफ तौर पर कह दिया कि जंग में निर्दोषों की मौत भारत को किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं है। 

पीएम मोदी ने रूस यात्रा के दौरान पुतिन से साफ शब्दों में कहा कि बम, बंदूकों और गोलियों के बीच शांति के प्रयास सफल नहीं होते हैं। 

पीएम मोदी ने कहा कि यूक्रेन संघर्ष का समाधान युद्धक्षेत्र में संभव नहीं है और बम, बंदूकों तथा गोलियों के बीच शांति वार्ता सफल नहीं होती।

पीएम मोदी ने कहा समाधान युद्ध से नहीं निकलता है 

ऑस्ट्रिया की धरती से पीएम मोदी ने इजरायल और रूस दोनों को एक साथ सुनाया है। पीएम मोदी ने साफ कहा है कि यह युद्ध का समय नहीं है। 

समस्याओं का समाधान युद्ध के मैदान से नहीं निकाला जा सकता है। भारत और रूस के बीच पक्की दोस्ती है, फिर भी जब बात युद्ध और शांति में से किसी एक को चुनने की रही तो भारत ने शांति को ही चुना है। 

यही वजह है कि भारत ने रूस से कहा है कि वह युद्द के मैदान को छोड़े और बातचीत के जरिए मसले को हल करे। रूस और भारत के बीच कितनी पक्की दोस्ती है, यह अमेरिका भी अच्छे से जानता है। यही वजह है कि अमेरिका का भी मानना है कि केवल भारत ही रूस से कहकर युद्ध को समाप्त करवा सकता है।

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